Bansgaon Sandesh

खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में “लाहौल विला कूवत” व “जब जागो तभी सबेरा” नाटक का शानदार मंचन

Report- Dhananjay Pandey

 

गोरखपुर । कचहरी क्लब टाउनहाल मैदान गोरखपुर मे दिनाँक 16.11.2021 से 30.11.2021 तक 15 दिन तक चलने वाली खादी-ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से सामाजिक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था नाट्य दल गोरखपुर ने गुलाम हसन खान के निर्देशन में “जब जागो तभी सवेरा” नाटक करके दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया ।
नाटक का कथानक कुछ इस प्रकार है नाटक की शुरुआत अपने आसपास की साफ सफाई, पर्यावरण दूषित होने से फैलने वाली तमाम बीमारियां, शिक्षा का महत्व आदि को दिखाते हुए कम उम्र में होने वाली बेटियों की शादी और इसके दुष्प्रभाव पर केंद्रित होता है जिससे लड़कियों की कम उम्र में शादी हो जाने से तमाम परेशानियों व दुश्वारियां को झेलना पड़ता है,उनके शिक्षा दीक्षा पर प्रभाव पड़ता है और बेटों की तुलना में बेटियों को कमतर देखा जाता है इसी को ध्यान में रखकर यह नाटक किया गया जिसमें यह संदेश देने की कोशिश की गई कि पढ़े बेटियां बढ़े बेटियां । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन के माध्यम से लोगों में जनजागरूकता पैदा की गई ।
नाटक में प्रियंका, पूनम, गिरजेश दुबे, ईश्वर चंद्र राव, प्रियांशु, अभिषेक,रोहित,उपेंद्र तिवारी आदि कलाकारों ने जीवंत अभिनय किया और ढोलक पर बद्रीश रहे । उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के तत्वाधान में मंडल स्तरीय नव्य इंडिया द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या सबरंग की शुरुआत में “स्वरागा बाय हार्ट” बैंड ने जोरदार प्रस्तुति दी। बैंड की ओर से सिंगर शगुन अनुपम, आर्यन और दीपांकर ने “तेरी दीवानी”, “कजरा मुहब्बत वाला” “खुदा जाने” “सैय्या आपकी नज़रों ने” “हर किसी को नहीं मिलता” “इन्तेहां हो गई” “तुम जो मिल गए हो” जैसे गीतों को गाकर शमां बांध दिया। “स्वरागा बाय हार्ट” बैंड के साथ की बोर्ड पर मैड्डी, गिटार पर दीपांकर, तबले पर जॉय और कजोन पर आर्यन संगत किया। “स्वरागा बाय हार्ट” बैंड की प्रस्तुति के बाद सुप्रसिद्ध कहानीकार मौलियर की मूल कहानी का हिंदी नाट्य रूपांतर “लाहौल विला कूवत” का मंचन सरिता यादव के निर्देशन में हुआ। मूल कहानी का हिंदी रूपांतरण आत्माराम सावंत ने किया था। नाटक का नायक शराफत हुसैन बड़े हुजूर के यहां किराए पर कमरा कुंवारा बताकर लेता है जबकि वो शादीशुदा है। नवाब साहब की लड़की पम्मी शराफत मियां से प्यार करने लगती है। यह पता चलते ही बड़े हुजूर शराफत मियां को अपना दमाद बनाने की सोचने लगते हैं। अचानक एक दिन शराफत की पत्नी शमीम के सामने आने से सारा मामला ही पलट जाता है और यही से शुरू हो जाती है शराफत मियां के लिए सारी मुसीबत। मकान खाली कराये जाने के डर से शराफत अपनी पत्नी को बड़ी बहन के रूप में बड़े हुजूर से परिचय करवा देता है। बड़े हुजूज शमीम को देखकर मुस्कुराते हैं और मन ही मन शमीम से शादी के सपने देखने लगते हैं। नाटक में नाना मामा बड़े हुजूर के यहां नौकर है। शराफत के कहने पर वह औरत का लिबास पहनकर आपा के रूप में बडे हुजूर के सामने प्रस्तुत होते है। इसी बीच बिना बताये शमीम के पिता मीर साहब आ जाते हैं। यह सब देख कर मीर साहब बड़े हुजूर के सामने सारी घटनाओं से पर्दा उठाते हैं और अंत में शराफत अपने दोस्त मिट्ठू से पम्मी की शादी करवा देता है और सब खुशी खुशी रहने लगते हैं। नाटक में सशक्त अभिनय रासरंग लखनऊ के कलाकार धीरेंद्र कुमार पांडेय, अरुनेश मिश्रा, रवि गुप्ता, आशीष सिंह, सरिता यादव, अदीबा रिज़वी और वैभव मिश्रा ने किया। सबरंग कार्यक्रम का संचालन नवीन पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन पी मौर्य, प्रदर्शनी समिति के सदस्य ए के पाल तथा नव्य इंडिया के सीईओ अनुज पाण्डेय ने प्रतिभागियों को सम्मानित किया। सबरंग का संयोजन नव्य इंडिया द्वारा किया गया।
उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी 2021 में खादी बोर्ड के तरफ से श्री गंगाधर दूबे, श्री विजय कुमार, श्री शिवेन्द्र सिंह, श्री आरिफ, पूनम त्रिपाठी सहित काफी संख्या में श्रोतागणों ने “लाहौल विला कूवत” की बहुत प्रशंसा की।
प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, व काश्मीर, गुजरात के खादी वस्त्र, सिल्क, टसर. ऊनी वस्त्र, ऊनी सदरी, जैकेट, ऊनी शाल, बिहार (भागलपुर) की सिल्क चादरें, राजस्थान (बीकानेर) का पापड़ बड़ी भुजियाँ, नमकीन, प्रतापगढ़ का ओ0डी0ओ0पी0 आँवला उत्पाद, कन्नौज के ओ0डी0ओ0पी0 सुगन्धित धूपबत्ती व अगरबत्ती एवं आयुर्वेदिक औषधियाँ (जड़ी-बूटी), भदोही की दरी कालीन लखनऊ की बुटिक, शुद्ध शहद, चर्म वस्तुएं, एवं अन्य ग्रामोद्योगी उत्पाद उपलब्ध है। प्रदर्शनी में रू0 47.53 लाख की बिक्री हो चुकी है
अंत में श्री एन0पी0 मौर्य, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गोरखपुर मण्डल द्वारा लखनऊ से आये हुए सभी अतिथियों/कलाकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए गोरखपुर की जनता से प्रदर्शनी में आने व खरीदारी करने हेतु विशेष अपील किया गया।

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