शिकायत पर डीपीआरओ ने किया शवदाह स्थल की जांच
-गांव में सफाई का हाल भी देखा
-ग्रामीणों ने शिकायत को बताया अनुचित
बड़हलगंज। विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पोहिला में सरयू नदी के किनारे चौबीस लाख से अधिक की लागत से निर्मित हो रहे शवदाह स्थल की कुछ ग्रामीणों द्वारा प्राप्त शिकायत पर गुरुवार को जिला पंचायतराज अधिकारी ने कार्यस्थल पर पहुंच कर जांच किया।मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने शिकायत को पूर्वाग्रह प्रेरित बताया।
ग्राम पंचायत पोहिला में शासन की मंशा के अनुसार करीब साढ़े चौबीस लाख की लागत से शवदाह स्थल का निर्माण कार्य चल रहा।ग्राम पंचायत द्वारा वहीं छठ घाट का भी निर्माण प्रस्तावित है।गांव निवासी कुछ व्यक्तियों ने एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को दिया गया कि शवदाह स्थल उचित स्थान पर नहीं बनाया जा रहा है।जहां बन रहा है,वहां सिर्फ शासन के पैसे का दुरुपयोग है।
इसे किसी अन्यत्र स्थान पर बनाया जाय।इसी शिकायत की जांच करने गुरुवार को जिला पंचायतराज अधिकारी गोरखपुर हिमांशु शेखर ठाकुर पोहिला पहुंचे।सरयू नदी के किनारे निर्मित हो रहे शवदाह स्थल पर पहुंचकर कार्य को देखा।करीब 20 मीटर एरिया में पाइलिंग का कार्य हुआ था।मौके पर उपस्थित ग्राम प्रधान उमेश कुमार यादव ने बताया कि यह स्थान ऊंचा व कटान से सुरक्षित क्षेत्र है।
पोहिला सहित आस-पास के आधा दर्जन गांव के लोग यहां शवदाह हेतु आते हैं।शासन ने धन अवमुक्त कर दिया।निर्माण कार्य शुरू होते ही राजनीतिक विद्वेषवश कुछ लोग नहीं चाहते कि यह शवदाह स्थल यहां निर्मित हो कारण कि ये लोग अवैध कब्जाधारक हैं।जमीन खाली करने का कष्ट ज्यादे है।साथ ही ये लोग नहीं चाहते कि गांव में समुचित विकास हो।
शवदाह स्थल को और बेहतर बनाने के लिए क्षेत्र के तमाम लोग सहयोग भी करना चाहते हैं।वहां उपस्थित अभिषेक विश्वकर्मा, राजू विश्वकर्मा, संतोष कन्नौजिया, प्रेमचंद गुप्ता, रविप्रताप गुप्ता, सतेन्द्र साहनी,अजय यादव,आनंद,विनय यादव आदि सहित कई लोगों ने प्रधान की बातों का समर्थन किया।उनलोगों ने तो शिकायत को ही फर्जी करार दिया।
कई ग्रामीणों ने बताया कि कुछ और बात बता शिकायत पत्र पर हस्ताक्षर करा लिया गया।कई ग्रामीणों का हस्ताक्षर भी फर्जी है।
डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि मौके की जांच कर ली गयी है।शवदाह स्थल के बेस को करीब डेढ़ मीटर और ऊंचा उठाने का निर्देश प्रधान-सचिव को दिया गया है।एडीओ पंचायत कार्य का बराबर पर्यवेक्षण करते रहेंगे।इसके बाद उन्होंने प्राथमिक विद्यालय को देखा जहां सफाई कर्मचारियों की टीम पहले से ही झाड़ियों सफाई कर रही थी।विद्यालय में दो जर्जर कमरों के ध्वस्तीकरण का अनुरोध किया।
डीपीआरओ ने प्रस्ताव बनाकर देने का निर्देश दिया।इस अवसर पर एडीओ पंचायत विरेन्द्र नाथ पाण्डेय, ब्लॉक स्वच्छता समन्वयक संजय पाण्डेय भी मौजूद थे।