आमरण अनशन : कुलपति के बर्खास्तगी की मांग
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गोरखपुर। बांसगांव संदेश। विश्वविद्यालय कुलपति के विरोध में आमरण अनशन कर रहे डॉ सम्पूर्णानन्द मल्ल की हालत सोमवार को बिगड़ गई। उनकी चार मांगे प्रशासन से हैं।
जिसमें पहली मांग, प्रोफेसर कमलेश का निलंबन रद्द हो एवं अन्य आचार्यों के विरुद्ध की गई कार्यवाही वापस हो।
द्वितीय मांग, कुलपति को बर्खास्त किया जाए।
तृतीय मांग, छात्रों पर की गई कार्यवाही समाप्त की जाए।
चौथी मांग, विश्वविद्यालय में उचित पद समाप्त कर तीन सदस्य वरिष्ठ आचार्य के परिषद गठित की जाए जो प्रत्येक 3 साल पर बदल दी जाए।
खराब तबियत के चलते प्रशासन ने डॉ. मल्ल को जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया है। उनके अनशन के समर्थन में मणि देव मल्ल शिक्षक नेता, उदय प्रताप यादव, योगेन्द्र जिज्ञासु लेखक, अमित पांडेय, छात्र संघ अध्यक्ष अमन यादव आदि लोग जिला अस्पताल में पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनकी वाजिब मांगो का समर्थन किया।
डॉ. सम्पूर्णानन्द मल्ल के समर्थन में भीम ऑर्मी चिफ चन्द्र शेखर आजाद ने ट्विट कर कहा कि-
गोरखपुर विश्वविद्यालय के 17 प्री पीएचडी, शोधार्थियों पर जिसमे 8 महिलाएं,1 प्रोफेसर का निलंबन और 7 प्रोफेसर की एक दिन की सैलरी रोक कर सर्विस ब्रेक कर दिया।
वरिष्ठ समाजसेवी डॉ संपूर्णानंद मल्ल, आज 5 वे दिन भी आमरण अनशन पर है।
इस तानाशाही पर @myogiadityanath जी चुप क्यों हैं?— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 31, 2022

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